Monday, 12 December 2011

हुस्न तुम्हारा


हुस्न  तुम्हारा   माशा  अल्लाह |
इश्क़  हमारा    माशा  अल्लाह ||

सुब्ह    हुआ खिड़की  से उनका |
ख़ूब   नज़ारा   माशा  अल्लाह ||

नींद हमें जब- जब    भी आयी |
ख्व़ाब तुम्हारा माशा  अल्लाह || 

बज़्म में आयी जब वो परी सी |
सबने   पुकारा माशा अल्लाह || 

आग    बबूला   होकर   उनका |
करना किनारा माशा अल्लाह ||

झील में  दिल की उतरा उनका |
आज  शिकारा माशा  अल्लाह || 

चाँद  से  मुखड़े  पर  ये  ग़ुस्सा |
एक   शरारा  माशा   अल्लाह || 

डा०  सुरेन्द्र  सैनी 

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